घर-घर बंधे वंदनबारे। मां गौरा के ललना पधारें।। घर-घर बंधे वंदनबारे। मां गौरा के ललना पधारें।।
भक्तों के घर धन-धान्य भरों, चलो देखन चलियें। गांव-गांव------- भक्तों के घर धन-धान्य भरों, चलो देखन चलियें। गांव-गांव-------
प्रेमिका को पुष्प वेलेंटाइन डे के दिन समर्पित करने की बजाए,हमें इस दिन माँ को यह विश्व प्रेमिका को पुष्प वेलेंटाइन डे के दिन समर्पित करने की बजाए,हमें इस दिन माँ को...
मैं सुरक्षित नहीं कहीं भी। न बाहर के जग में न मां के गर्भ में। मैं सुरक्षित नहीं कहीं भी। न बाहर के जग में न मां के गर्भ में।
हम घर पर खुशियां माना रहे हैं, और वहां सरहदों पे वो गोलियां खा रहे हैं हम घर पर खुशियां माना रहे हैं, और वहां सरहदों पे वो गोलियां खा रहे हैं
तुझ बिन ये जिंदगी बेमतलब सी लगती है बेमतलब सी लगती है। तुझ बिन ये जिंदगी बेमतलब सी लगती है बेमतलब सी लगती है।